Add To collaction

सितारों के आगे जहाँ और भी हैं

सितारों से आगे जहाँ और भी हैं ।
जिंदगी के बचे इम्तिहाँ और भी हैं।।

 उदासियों से खुद को ना बेजार कर ,
खुशियों के जहाँ में निशा और भी है ।

एक तू ही नहीं गमजदा जमाने में,
 तुझ जैसे दुखी यहाँ और भी हैं।

कब्र की घुटन से नफरत है क्यों,
 कई बेजान जिस्म वहाँ और भी हैं।

प्रीति चौधरी"मनोरमा"
जनपद बुलंदशहर
उत्तरप्रदेश

   5
2 Comments

बहुत ही उम्दा भाव

Reply

Varsha_Upadhyay

22-Jul-2023 07:03 PM

बहुत खूब

Reply